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Saturday, December 14, 2013

Is this end of Anna's Magic ?

इस फिक्स अनशन के साथ ही अन्ना युग और अन्ना का जादू खत्म हो गया ,

अन्ना जी आपने देश को धोखा दिया है , देश ने आप पर विश्वास किया था आपका का साथ दिया था और आपने क्या किया कांग्रेस बीजेपी के साथ खड़े हो गए , अन्ना जी आपने मनमोहन जी को कितने ही ख़त लिखे एक ख़त में ये भी लिख देते मुझे सरकारी लोकपाल मंजूर है तो ये अनशन का ड्रामा नहीं करना पड़ता , अन्ना जी देश को आप से ये उम्मीद नहीं थी ,

मैं आज दाबे के साथ कहता हूँ अन्ना जी अब आप अकेले रेह जायेंगे ,जिन्होंने आपका फायदा उठाना था सरकारी लोकपाल आप से मंजूर करवा उठा चुके , अब वो आपको भूल जायेंगे , देश आपका जितना सम्मान करता था या है उसकी आपने कदर नहीं की ,

अन्ना जी आप तो जिंदगी के आखरी पड़ाव पर हैं , फिर आपको किस बात का डर या लालच , अगर आप चुप भी रहते फिर भी हर दिल में आपके लिए सम्मान था , देश जानना चाहता है अन्ना जी आपने ऐसा क्यों किया ? देश को आज लग रहा है "कोई उसे लूट रहा है ,कोई उसे धोखा दे रहा है"

आप से ये उम्मीद तो ना थी ,
धोखा देने को कांग्रेस बीजेपी क्या कम थे


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